Silky Overseas IPO Details – Opens from 30 June 2024 with Price, GMP, Dates

Silky Overseas IPO: 30 जून से खुलेगा इश्यू, जानिए सभी जरूरी जानकारी

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मुंबई। सिल्की ओवरसीज का आईपीओ 30.68 करोड़ रुपए की बुकबिल्डिंग है। यह इश्यू पूरी तरह से 19.06 लाख शेयरों का फ्रेश इश्यू है।

सिल्की ओवरसीज का आईपीओ 30 जून, 2025 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा और 2 जुलाई, 2025 को बंद होगा। सिल्की ओवरसीज आईपीओ के लिए आवंटन गुरुवार, 3 जुलाई, 2025 को होने की उम्मीद है। सिल्की ओवरसीज आईपीओ को सोमवार, 7 जुलाई, 2025 को एनएसई एसएमई पर सूचीबद्ध होगा।

सिल्की ओवरसीज आईपीओ का प्राइस बैंड 153 से 161 रुपए प्रति शेयर निर्धारित किया गया है। आवेदन के लिए न्यूनतम लॉट साइज 800 है। खुदरा निवेशकों द्वारा आवश्यक न्यूनतम निवेश राशि 1,22,400 रुपए है। लेकिन निवेशक को ओवरसब्सक्रिप्शन परिदृश्य से बचने के लिए कटऑफ मूल्य पर बोली लगाने का सुझाव दिया जाता है, जो लगभग 1,28,800 रुपए है। एचएनआई के लिए न्यूनतम लॉट साइज निवेश 2 लॉट (1,600 शेयर) है, जिसकी राशि 2,57,600 रुपए है।

ग्रेटेक्स कॉरपोरेट सर्विसेज लिमिटेड सिल्की ओवरसीज आईपीओ का बुक-रनिंग लीड मैनेजर है, जबकि स्काईलाइन फाइनेंशियल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड इस इश्यू के लिए रजिस्ट्रार है। सिल्की ओवरसीज आईपीओ के लिए मार्केट मेकर ग्रेटेक्स शेयर ब्रोकिंग प्राइवेट लिमिटेड है।

कंपनी के प्रमोटर सावर मल गोयल, अनन्या गोयल और मेसर्स एस. एम. गोयल एंड संस (एचयूएफ) हैं।

मई 2016 में निगमित, सिल्की ओवरसीज लिमिटेड कंबल, चादरें और कम्फ़र्टर में विशेषज्ञता वाली बिस्तर की आवश्यक वस्तुएं बनाती है। कंपनी की विनिर्माण प्रक्रिया में बुनाई, रंगाई, प्रसंस्करण, छपाई और पैकेजिंग सभी एक ही छत के नीचे शामिल हैं। कंपनी अपने उत्पादों को रियान डेकोर ब्रांड नाम से बेचती है।

सिल्की ओवरसीज लिमिटेड हरियाणा के गोहाना में मैन्‍युफैक्‍चरिंग सुविधाएं संचालित करती है और मिंक कंबल, चादरें और कम्फ़र्टर जैसे कपड़ा उत्पाद बनाती है।

उत्पाद: मिंक कंबल: कोमलता, गर्मी और जीवंत डिज़ाइन के लिए जाने जाते हैं। बिस्तर की चादरें और कम्फ़र्टर: विभिन्न बाज़ार वरीयताओं के अनुरूप विभिन्न आकारों और फ़ैब्रिक मिश्रणों में उपलब्ध हैं। टेक्सटाइल यार्न: कपड़ा उद्योग में कई अनुप्रयोगों में उपयोग किया जाता है।

सुरक्षात्मक गियर: इसमें PPE किट और बॉडी कवरॉल शामिल हैं, जिनका उत्पादन कंपनी ने COVID-19 महामारी के दौरान तत्काल मांग को पूरा करने के लिए शुरू किया था। कंपनी अपने उत्पादों को भारतीय बाज़ार में बेचती है और मध्य पूर्व, अफ़्रीका और दक्षिण पूर्व एशिया को निर्यात करती है।

कंपनी सिल्की ओवरसीज आईपीओ से प्राप्त शुद्ध आय का उपयोग निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए करने का प्रस्ताव करती है: अतिरिक्त भंडारण सुविधा की स्थापना, कुछ ऋण सुविधाओं का पुनर्भुगतान/पूर्व भुगतान, कार्यशील पूंजी की आवश्यकता, सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्य।

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