मुंबई। देश की सबसे बड़ी डिपॉजिटरी, नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी (एनएसडीएल), जुलाई की शुरुआत में लगभग 3,400 करोड़ रुपए का अपना आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लॉन्च करने की तैयारी कर रही है।
एक सूत्र ने कहा, “शीर्ष प्रबंधन ने रोड शो शुरू कर दिया है और आईपीओ लॉन्च करने से पहले मुंबई के अंदर और बाहर दोनों जगह निवेशकों से बातचीत कर रहा है। एनएसउीएल जुलाई के अंत तक सार्वजनिक निर्गम लाने की योजना बना रही है।”
डीलरों के अनुसार, बहुप्रतीक्षित आईपीओ की प्रत्याशा में पिछले दो महीनों में गैर-सूचीबद्ध बाजार में एनएसडीएल के शेयरों में लगभग 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और यह लगभग 1,200 रुपए पर पहुंच गया है।
डिपॉजिटरी ने 2023 में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल किया था और अक्टूबर 2024 में इसके लिए मंजूरी प्राप्त की थी। इसकी प्रतिद्वंद्वी डिपॉजिटरी, सीडीएसएल, 2017 से शेयर बाजारों में सूचीबद्ध है।
मई में, एनएसडीएल ने अपने प्रस्ताव का आकार घटाकर 501.5 लाख शेयर कर दिया, जबकि सेबी के पास दाखिल एक अद्यतन ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस में पहले 572.6 लाख शेयर बिक्री के लिए पेश किए गए थे।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई), आईडीबीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक सहित छह मौजूदा शेयरधारक अपनी हिस्सेदारी कम करेंगे। एनएसई 180 लाख शेयर या वर्तमान में उसके पास मौजूद 24 प्रतिशत हिस्सेदारी में से 9 प्रतिशत बेचने की पेशकश करेगा।
आईडीबीआई बैंक 220 लाख से अधिक शेयर या 11 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचेगा, जबकि भारतीय स्टेट बैंक, एचडीएफसी बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया कंपनी में संचयी रूप से 3 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी बेचेंगे। अन्य विक्रय शेयरधारक कुल 2 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचेंगे। आईडीबीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक के पास वर्तमान में क्रमशः 26 प्रतिशत और लगभग 9 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
आईपीओ के लिए बुक-रनिंग लीड मैनेजर आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, एक्सिस कैपिटल, एचएसबीसी सिक्योरिटीज एंड कैपिटल मार्केट्स (इंडिया), आईडीबीआई कैपिटल मार्केट्स एंड सिक्योरिटीज, मोतीलाल ओसवाल इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स हैं।