Astrology Fate

भाग्‍य की अनुकूलता कैसे बनी रहे

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प्रतिकूल समय जातक किसी भी तरह सह लेता है, चाहे अपनी स्‍वयं की क्षमताओं से, बाहरी सहायता से, देवताओं और पूर्वजों के आशीर्वाद से, किसी भी तरीके से जातक समय काट लेता है, लेकिन भाग्‍य की चुनौती वहीं समाप्‍त नहीं हो जाती, बल्कि असली चुनौती ही तब मिलती है कि समय अनुकूल हो, सब कुछ ठीक चल रहा हो, तब एक भय उत्‍पन्‍न होता है कि जो सब कुछ अुनकूल चल रहा है, वह बना तो रहेगा।

ऐसे दौर में कुछ जातक ऐसे ज्‍योतिषीय उपचार भी कर बैठते हैं जो कि अंतत: उनकी जन्‍मपत्रिका के अनुकूल नहीं होते और अच्‍छे भले चलते काम में बिना ठोस कारण के रोड़े आने लगते हैं। निजी तौर पर जब मेरे पास ऐसे जातक कोई ज्‍योतिषीय उपचार पूछने आते हैं तो मेरा जवाब होता है कि चलती हुई गाड़ी का चक्‍का नहीं निकाला जाता, जब सब कुछ ठीक चल रहा हो, तब अलग से कोई उपचार शुरू मत करो, केवल गाड़ी अटक जाए, तभी बोनट, इंजन, चक्‍का आदि संभालो।

इसके बावजूद अगर किसी जातक को कोई नियमित साधना या उपचार करना हो तो अपने ईष्‍ट की साधना करना श्रेष्‍ठ होता है। हर जातक की कुण्‍डली में एक या दो कारक ग्रह होते हैं। इन कारक ग्रहों के अनुकूल देवता की अराधना करने से कभी नुकसान नहीं होता। रूपक के तौर पर कहा जाए तो जन्‍मपत्रिका के कारक ग्रहों से संबंधित देवता की आराधना करने से गाड़ी को नियमित रूप से ईंधन मिलता रहेगा, इससे जो गाड़ी वर्तमान में सही चल रही है, वह सही प्रकार चलती रहेगी, अगर कोई अचानक बड़ी विपत्ति आने वाली भी हो तो आपका ईष्‍ट उसे संभाल लेता है।

मोटे तौर पर मेष लग्‍न में हनुमानजी, वृषभ लग्‍न में देवी, मिथुन लग्‍न में गणेशजी, कर्क लग्‍न में महादेव, सिंह लग्‍न में सूर्यदेव, कन्‍या लग्‍न में गणपति, तुला लग्‍न में देवी, वृश्चिक लग्‍न में बजरंगबली, धनु लग्‍न में श्रीहरि, मकर तथा कुंभ लग्‍न में शनिदेव तथा मीन लग्‍न में लक्ष्‍मीनारायण प्रमुख देवता होते हैं। यह लग्‍न के अनुसार है। अब किसी जन्‍मपत्रिका में कारक ग्रह का निर्धारण लग्‍न, चंद्र, लग्‍नाधिपति, चंद्रेश और ग्रहों की विशिष्‍ट स्थिति से ही किया जा सकता है। प्रत्‍येक जन्‍मपत्रिका में किसी एक कारक ग्रह और उसके देवता का निर्धारण किया जा सकता है। जिनकी हर दशा और अंतरदशा में आराधना लाभदायक सिद्ध होती है।

अपने अनुकूल अथवा प्रतिकूल समय में ऐसे देवता की आराधना करना श्रेष्‍ठ फलदायी सिद्ध होता है और जीवन की गाड़ी के अटकने की आशंकाएं बहुत हद तक कम हो जाती हैं।

सिद्धार्थ जगन्‍नाथ जोशी-9413156400

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