वाशिंग्टन। अमेरिकी कृषि विभाग (यूएसडीए) ने अपनी वर्ष 2023-24 की दिसंबर महीने की रिपोर्ट में गेहूं का उत्पादन बढ़ने की बात कही है लेकिन यह बीते साल के रिकॉर्ड स्तर से कम रहेगा। आस्ट्रेलिया और कनाडा में गेहूं का उत्पादन बढ़ेगा लेकिन यह पूर्व वर्ष की तुलना में क्रमश: 37 और 7 प्रतिशत कम रहेगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह कमी भारत, अर्जेंटीना और कज़ाखस्तान में उपज घटने से होगी। गेहूं के वैश्विक स्टॉक में बढ़ोतरी की बात कही गई है लेकिन यह वर्ष 2015-16 की तुलना के स्तर से कम होगा। यूएसडीए ने वर्ष 2023-24 सीजन के लिए गेहूं के औसत भाव को 10 सेंटस बढाकर 7.30 डॉलर प्रति बुशेल किया है।
यूएसडीए के मुताबिक वर्ष 2023-24 में गेहूं का वैश्विक उत्पादन 78.30 करोड़ टन होने की संभावना है। यह अनुमान नवंबर महीने में 78.19 करोड़ टन था। यह उत्पादन वर्ष 2022-23 में 78.96 करोड़ टन और वर्ष 2021-22 में 78 करोड़ टन रहा। वर्ष 2023-24 में भारत में गेहूं का उत्पादन 11.05 करोड़ टन रहने का अनुमान है जबकि, यह वर्ष 2022-23 के लिए 10.40 करोड़ टन है।
यूएसडीए ने वर्ष 2023-24 में रुस में 9 करोड़ टन, कज़ाखस्तान में 1.20 करोड़ टन गेहूं का उत्पादन होने का अनुमान जताया। अमेरिका में 4.93 करोड़ टन, चीन में 13.70 करोड़ टन, यूरोपीयन संघ में 13.43 करोड़ टन गेहूं की पैदावार होने का अनुमान लगाया है। जबकि, रुस में वर्ष 2022-23 में 9.20 करोड़ टन, कज़ाखस्तान में 1.64 करोड़ टन रहा। अमेरिका में 4.48 करोड़ टन, चीन में 13.77 करोड़ टन, यूरोपीयन संघ में 13.41 करोड़ टन गेहूं की पैदावार हुई।
रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2022-23 में अर्जेंटीना से 46.81 लाख टन, आस्ट्रेलिया से 3.23 करोड टन, ब्राजील से 26.89 लाख टन, कनाडा से 2.53 करोड़ टन, यूरोपीयन संघ से 3.50 करोड़ टन, रुस से 4.75 करोड़ टन, यूक्रेन से 1.71 करोड़ टन गेहूं निर्यात हुआ। जबकि, वर्ष 2023-24 में अर्जेंटीना से 95 लाख टन, आस्ट्रेलिया से 2.20 करोड टन, ब्राजील से 25 लाख टन, कनाडा से 2.35 करोड़ टन, यूरोपीयन संघ से 3.75 करोड़ टन, रुस से पांच करोड़ टन, यूक्रेन से 1.25 करोड़ टन गेहूं निर्यात होने की संभावना है।
वर्ष 2022-23 में गेहूं की कुल वैश्विक खपत 79.21 करोड़ टन रही जो वर्ष 2023-24 में 79.46 करोड़ टन रहने का अनुमान है। वर्ष 2022-23 में गेहूं का वैश्विक अंतिम स्टॉक 26.98 करोड़ टन रहा जो वर्ष 2023-24 में 25.82 करोड़ टन रहने की संभावना है। भारत में गेहूं का अंतिम स्टॉक वर्ष 2022-23 में 95 लाख टन रहा जो वर्ष 2023-24 में 1.10 करोड़ टन रहने की संभावना है।