मुंबई। हीरो मोटर्स कंपनी (एचएमसी) समूह की प्रमुख ऑटो-कंपोनेंट कंपनी हीरो मोटर्स ने आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) के माध्यम से 900 करोड़ रुपए जुटाने के लिए सेबी के साथ एक ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) दायर किया है।
कंपनी द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों के अनुसार, पब्लिक इश्यू 500 करोड़ रुपए के नए इक्विटी शेयरों को जारी करने और प्रमोटरों द्वारा 400 करोड़ रुपए के शेयरों की बिक्री की पेशकश (ओएफएस) का एक संयोजन है।
साउथ एशिया ग्रोथ इन्वेस्ट द्वारा समर्थित हीरो मोटर्स ने 23 अगस्त को बाजार नियामक के साथ डीआरएचपी दाखिल किया।
प्रमोटर ओपी मुंजाल होल्डिंग्स ने ओएफएस के माध्यम से 250 करोड़ रुपए के शेयर बेचने की योजना बनाई है, जबकि अन्य दो प्रमोटर भाग्योदय इन्वेस्टमेंट्स और हीरो साइकिल्स प्रत्येक 75 करोड़ रुपए के शेयर बेचेंगे।
ओपी मुंजाल होल्डिंग्स के पास वर्तमान में हीरो मोटर्स में 71.55 प्रतिशत हिस्सेदारी है। भाग्योदय इन्वेस्टमेंट्स और हीरो साइकिल्स के पास क्रमशः 6.28 प्रतिशत और 2.03 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि निवेशक साउथ एशिया ग्रोथ इन्वेस्ट एलएलसी के पास कंपनी में 12.27 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, डीएएम कैपिटल एडवाइजर्स और जेएम फाइनेंशियल इस इश्यू के बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं।
रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (आरओसी) के पास रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल करने से पहले हीरो मोटर्स 100 करोड़ रुपए के प्री-आईपीओ प्लेसमेंट की संभावना तलाश सकती है। रिपोर्ट के अनुसार, डीआरएचपी फाइलिंग में कहा गया है कि यदि यह प्लेसमेंट होता है, तो इससे होने वाली आय नए इश्यू से सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए आवंटित राशि को कम कर देगी।
हीरो मोटर्स भारत की अग्रणी ऑटोमोटिव प्रौद्योगिकी कंपनियों में से एक है अमेरिका, यूरोप, भारत और एसोसिएशन ऑफ साउथईस्ट एशियन नेशंस (आसियान) में ऑटोमोटिव सैक्टर के मूल उपकरण निर्माताओं (ओईएम) को पावरट्रेन समाधान (इलेक्ट्रिक और गैर-इलेक्ट्रिक पावरट्रेन दोनों) प्रदान करती है।
यह बीएमडब्ल्यू एजी, डुकाटी मोटर होल्डिंग एसपीए, एनविओलो इंटरनेशनल इंक, फॉर्मूला मोटरस्पोर्ट, हमिंगबर्डेव इंक), एचडब्ल्यूए एजी और अग्रणी वैश्विक इलेक्ट्रिक साइकिल (ई-बाइक) निर्माताओं जैसे वैश्विक ग्राहकों को पावरट्रेन सॉल्यूशंस प्रदान करता है।
हीरो मोटर्स ने मार्च 2024 को समाप्त वित्तीय वर्ष के लिए 17 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले वर्ष के 40.5 करोड़ रुपए के लाभ की तुलना में 58 प्रतिशत कम है। इस वर्ष कंपनी का राजस्व पिछले वर्ष के 1,054.6 करोड़ रुपए से बढ़कर 1,064.4 करोड़ रुपए रहा।