मुंबई। हरियाणा के गुरुग्राम स्थित डायग्नोस्टिक्स कंपनी एगिलस डायग्नोस्टिक्स, जिसे पहले एसआरएल के नाम से जाना जाता था, ने पिछले सप्ताह 12 फरवरी को अपनी आईपीओ लाने की योजना वापस ले ली है।
एगिलस डायग्नोस्टिक्स आईपीओ में मौजूदा शेयरधारकों द्वारा केवल 1,42,33,964 इक्विटी शेयरों की बिक्री की पेशकश (ओएफएस) शामिल थी, जिसमें कोई फ्रेश इश्यू नहीं था।
इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन, एनवाईएलआईएम जैकब बल्लास इंडिया फंड III एलएलसी, और रिसर्जेंस पीई इन्वेस्टमेंट्स ओएफएस में बेचने वाले शेयरधारक थे।
16 फरवरी को जारी आईपीओ दस्तावेजों की प्रोसेसिंग स्थिति के अनुसार, सेबी ने कहा कि एगिलस डायग्नोस्टिक्स ने 12 फरवरी को अपनी आईपीओ की योजना वापस ले ली है।
413 प्रयोगशालाओं के नेटवर्क के साथ भारत के सबसे बड़े डायग्नोस्टिक्स सेवा प्रदाताओं में से एक, एगिलस ने 29 सितंबर, 2023 को सेबी के साथ ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दायर किया था।
उक्त डीआरएचपी के अनुसार, प्रमोटर फोर्टिस हेल्थकेयर के पास एगिलस डायग्नोस्टिक्स में 57.68 प्रतिशत हिस्सेदारी थी, जबकि 42.32 प्रतिशत शेयर सार्वजनिक शेयरधारकों के पास थे।
ड्राफ्ट पेपर दाखिल करने के समय एनवाईएलआईएम जैकब बल्लास इंडिया फंड III एलएलसी 15.86 प्रतिशत हिस्सेदारी, रिसर्जेंस पीई इन्वेस्टमेंट्स 8.05 प्रतिशत शेयर और इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन 7.61 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ सबसे बड़ा शेयरधारक है।
(मोलतोल ब्यूरो; +91-75974 64665)