मुंबई। वैश्विक ब्रोकरेज फर्म जेपी मॉर्गन ने अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तरफ से दरों में कटौती की उम्मीद के बीच आईटी सैक्टर पर अपने रुख को न्यूट्रल कर दिया है। इस फर्म ने इंफोसिस और एलएंडटी टेक्नोलॉजी सर्विसेज जैसी बड़ी आईटी कंपनियों के लिए अपनी रेटिंग को अपग्रेड करके ‘ओवरवेट’ कर दिया है, जबकि टीसीएस, एचसीएलटेक, एमफैसिस और पर्सिस्टेंट सिस्टम्स सहित दूसरी कंपनियों की रेटिंग को ‘अंडरवेट’ से बढ़ाकर ‘न्यूट्रल’ किया है।
इस अपग्रेडिंग की वजह से ज्यादातर आईटी कंपनियों के शेयरों में आज तेजी आई है और निफ्टी आईटी इंडेक्स लगभग एक फीसदी से अधिक चढ़ा। बता दें कि वर्ष 2023 में बाजार में आई तेजी के बावजूद आईटी सैक्टर का प्रदर्शन कमजोर रहा है। वैश्विक बाजार के मैक्रोज के कमजोर रहने और ब्याज दरों के ऊंचे स्तरों पर रहने के कारण कंपनियों के आईटी खर्च में कमी आई है। जिसका असर भारतीय आईटी कंपनियों पर देखने को मिला है। हालांकि ब्याज दरों में उम्मीद से पहले कटौती होने की संभावना और अमेरिका में सॉफ्ट लैंडिंग की कोशिशों को सफलता मिलने की आशा ने आईटी सैक्टर के शेयरों को चमकाया है।
कई विश्लेषकों को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2024 के अंत या वित्त वर्ष 2025 की शुरुआत से ही आईटी कंपनियों की कमाई में पॉजिटिव परिवर्तन देखने को मिलेंगे। सुधार की इन उम्मीदों को देखते हुए विश्लेषकों की निवेशकों को सलाह है कि वे आईटी शेयरों में अब लंबी अवधि के लिए निवेश शुरू कर सकते हैं। 2023 की जोरदार रैली में इन शेयरों के न बढ़ने से ये सस्ते हैं और शेयरों का वैल्यूएशन अच्छा लग रहा है।