मुंबई। सितंबर के अंत में यूएस फेड द्वारा ब्याज दर में कटौती की उम्मीद के बीच सभी बड़ी आईटी कंपनियों के शेयरों में तेज उछाल देखा गया है, जिससे आईटी सेवाओं से जुड़ी कंपनियों के शेयरों के लिए बेहतर मांग दिख सकती है।
भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनी, टीसीएस ने स्वस्थ निष्पादन एवं मेगा और बड़े सौदों में तेजी के कारण जून तिमाही के नतीजे बाजार के अनुमान से अधिक होने की सूचना दी है। कंपनी ने शुद्ध लाभ 9 फीसदी (वर्ष-दर-वर्ष) से बढ़कर 12040 करोड़ रुपए होने की सूचना दी, जबकि अधिकांश कार्यक्षेत्रों में वृद्धि के कारण परिचालन से राजस्व 5.4 फीसदी वर्ष-दर-वर्ष बढ़ गया। कंपनी ने प्रति शेयर 10 रुपए का अंतरिम लाभांश भी घोषित किया है। कंपनी निरंतर नवाचार और ग्राहक संबंधों को मजबूत करने की कोशिश में है और जनरल एआई परियोजनाओं में बढ़ते आकर्षण के बीच डील पाइपलाइन मजबूत बनी हुई है। पहली तिमाही के नतीजे मांग में सुधार और बेहतर विकास के रास्ते पर आगे बढ़ने के संकेत हैं।
एचसीएल टेक ने भी जून तिमाही में उम्मीद से बेहतर नतीजे दिए, कंसोलिडेटेड कर पश्चात लाभ (पीएटी) सालाना आधार पर 20.4 फीसदी बढ़कर 4,257 करोड़ रुपए पहुंच गया। क्रमिक आधार पर, मार्च तिमाही की तुलना में शुद्ध लाभ 6.8 फीसदी बढ़ गया। हालांकि, पहली तिमाही के लिए राजस्व में (1.9 फीसदी) की गिरावट देखी गई, जबकि पिछले वर्ष की समान तिमाही की तुलना में इसमें 6.7 फीसदी की वृद्धि हुई। भारत की तीसरी सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2024-25 के लिए निरंतर मुद्रा राजस्व वृद्धि 3-5 प्रतिशत (वर्ष-दर-वर्ष) और ईबीआईटी मार्जिन 18-19 प्रतिशत की सीमा में होगी। इस आईटी कंपनी ने 12 रुपए प्रति शेयर के अंतरिम लाभांश की भी घोषणा की है, यह लाभांश भुगतान की लगातार 86वीं तिमाही है। कंपनी का विकास पथ सकारात्मक दिख रहा है। जेनरेटिव एआई की तरह कंपनी को उभरती प्रौद्योगिकियों को अपनाने के कारण मजबूत मांग की उम्मीद है।
एसएस वेल्थस्ट्रीट की संस्थापक सुगंधा सचदेवा का कहना है कि एचसीएल टेक के शेयरों में लगभग 6.68 फीसदी की वृद्धि हुई है, जबकि टीसीएस में 11.87 फीसदी पिछले साल से आज तक (YTD) की वृद्धि हुई है। मूल्य दृष्टिकोण के लिए, दोनों स्टॉक एक साल के परिप्रेक्ष्य से आशाजनक दिख रहे हैं, जहां टीसीएस अब अपने लगातार विकास प्रोफ़ाइल, मजबूत आरओआईसी, स्वस्थ मार्जिन और मजबूत निष्पादन के कारण थोड़ा अधिक आकर्षक दिख रहा है। टीसीएस के शेयरों ने 3600 रुपए पर एक मजबूत आधार बनाया है और मध्यम से दीर्घकालिक परिप्रेक्ष्य से आगे लाभ के लिए तैयार दिख रहे हैं। हालांकि लगातार आठ तिमाहियों में उछाल के बाद स्टॉक थोड़ा बढ़ा हुआ प्रतीत होता है, लेकिन 3,600-3,650 का स्तर ऊपर की गति का लाभ उठाने का अवसर प्रदान कर सकता है, जो लगभग 4,700 रुपए का लक्ष्य दिखा रहा है।
सुगंधा सचदेवा का कहना है कि वित्त वर्ष 2015 के लिए एचसीएल टेक के विकास अनुमान और उभरती प्रौद्योगिकियों पर इसका रणनीतिक फोकस इसकी दीर्घकालिक विकास संभावनाओं को मजबूत करता है। इसने 1250 रुपए के स्तर पर एक बेस बना लिया है, जबकि स्टॉक को 1697 रुपए के स्तर पर कुछ बाधा का सामना करना पड़ सकता है, जो इसका जीवनकाल उच्चतम स्तर है और एक बार जब यह इसे पार कर जाता है, तो यह 1950-2000 रुपए के स्तर तक बढ़ सकता है। हालिया उछाल के बाद कुछ सुधारात्मक गिरावट से इनकार नहीं किया जा सकता है, लेकिन जब तक उपर्युक्त समर्थन बंद के आधार पर बना रहता है, गिरावट पर खरीदारी की रणनीति विवेकपूर्ण लगती है।
सचदेवा का कहना है कि निवेशक एंट्री लेवल और अधिकतम रिटर्न पाने के लिए प्रमुख समर्थन और रेजिस्टेंस स्तरों पर नज़र रखते हुए अपने पोर्टफोलियो के लिए इन शेयरों पर विचार कर सकते हैं।
डिसक्लेमर: यहां दी गई जानकारी केवल सूचना के लिए दी गई है। यहां बताना जरुरी है कि बाजार में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के रुप में पैसा लगाने से पहले हमेशा एक योग्य वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें। मोलतोल इंडिया की ओर से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है। यूजर्स को मोलतोल इंडिया की स्पष्ट सलाह है कि निवेश से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।