मुंबई। गेल लिमिटेड, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसी), कोल इंडिया लिमिटेड, बीपीसीएल, ओएनजीसी लिमिटेड और ऑयल इंडिया जैसे पीएसयू शेयरों में 4-5 प्रतिशत की सीमा में डिविडेंड यील्ड (लाभांश उपज) मिलता है। राइट्स, पावर ग्रिड, सीपीसीएल, बामर लॉरी एंड कंपनी लिमिटेड, पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (पीएफसी) और एनएफएल, प्रत्येक 3 प्रतिशत डिविडेंड यील्ड देते हैं। ब्रोकरेज फर्मों को उम्मीद है कि इनमें से कुछ पीएसयू आगे चलकर लगातार लाभांश देने वाले बने रहेंगे।
एक्सिस सिक्योरिटीज के अनुसार, गेल ने प्रति शेयर 9.50 रुपए के लाभांश की पेशकश की और इसकी डिविडेंट यील्ड 5 प्रतिशत है। इसने हाल ही में प्रति शेयर 5.50 रुपए के लाभांश की घोषणा की। बामर लॉरी इन्वेस्टमेंट लिमिटेड ने पिछले 12 महीनों में 33 रुपए प्रति शेयर लाभांश की घोषणा की है और इसकी डिविडेंड यील्ड 5 प्रतिशत है। आईओसी, कोल इंडिया, ओएनजीसी और ऑयल इंडिया की डिविडेंड यील्ड 4 प्रतिशत है।
कोल इंडिया ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 5.25 रुपए प्रति शेयर के दूसरे अंतरिम लाभांश की घोषणा की है। कंपनी ने लाभांश के लिए रिकॉर्ड तिथि 20 फरवरी तय की है, जबकि लाभांश देने की तारीख 12 मार्च निर्धारित की गई है। इसके बोर्ड ने नवंबर 2023 में 15.25 रुपए प्रति शेयर पर पहला अंतरिम लाभांश घोषित किया था, जो वित्त वर्ष 2023-24 के लिए कुल अंतरिम लाभांश 20.5 रुपए तक है।
एलारा सिक्योरिटीज ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कोल इंडिया द्वारा प्रति शेयर 20-23 रुपए का वार्षिक लाभांश भुगतान की उम्मीद है, जिसका अर्थ है 7 प्रतिशत डिविडेंड यील्ड। इस ब्रोकरेज फर्म को यह शेयर 453 रुपए का लगता है।
ओएनजीसी के मामले में, बोर्ड ने 4 रुपए प्रति शेयर के अंतरिम लाभांश को मंजूरी दी। नौ महीना वित्त वर्ष 2024 में कुल लाभांश 9.75 रुपए प्रति शेयर (नौ महीना वित्त वर्ष 24 की कमाई का 41 प्रतिशत भुगतान) था और यस सिक्योरिटीज को एक और ऊंचे अंतिम लाभांश की उम्मीद है।
ऑयल इंडिया के मामले में, एमके ग्लोबल का कहना है कि कंपनी लाभांश भुगतान बनाए रखेगी और यह कम से कम 30 प्रतिशत और/या शुद्ध लाभ का 5 प्रतिशत होना चाहिए। ऑयल इंडिया बोर्ड एक और अंतरिम लाभांश पर फैसला ले सकता है, हालांकि सरकार के साथ इस पर चर्चा भी होगी। अन्यथा, उचित अंतिम लाभांश आएगा।
सरकार अब सरकारी कंपनियों पर ध्यान दे रही है और पीएसयू के टॉप प्रबंधन प्रदर्शन में भी अब स्टॉक प्रदर्शन का एक घटक शामिल हो गया है। फंड हाउस जेफ़रीज़ का कहना है कि इन कंपरियों में सुधार दीर्घकालिक पुनर्रेटिंग को प्रेरित कर सकता है।
(मोलतोल ब्यूरो; +91-75974 64665)