मुंबई। प्रीमियर एनर्जीज ने 1,500 करोड़ रुपए के आईपीओ के लिए सेबी के पास मसौदा पत्र दाखिल किया है। सबसे बड़े सौर सेल और सौर मॉड्यूल निर्माताओं में से एक, प्रीमियर एनर्जीज 1,500 करोड़ रुपए के नए इक्विटी शेयर और मौजूदा शेयरधारकों द्वारा 2.82 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री की पेशकश (ओएफएस) शामिल है। निवेशक साउथ एशिया ग्रोथ फंड II होल्डिंग्स एलएलसी, और साउथ एशिया ईबीटी ट्रस्ट, और प्रमोटर चिरंजीव सिंह सलूजा ओएफएस में बेचने वाले शेयरधारक हैं।
ड्राफ्ट पेपर दाखिल करने के समय, प्रमोटरों के पास 72.23 प्रतिशत शेयर होल्डिंग है, और 26.12 प्रतिशत शेयर सार्वजनिक शेयरधारकों के पास हैं, जिनमें साउथ एशिया ग्रोथ फंड II होल्डिंग्स एलएलसी और साउथ एशिया ईबीटी ट्रस्ट शामिल हैं। इसके अलावा, कर्मचारियों के पास कंपनी में 1.65 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
हैदराबाद स्थित कंपनी कंपनी रजिस्ट्रार के पास रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल करने से पहले प्री-आईपीओ प्लेसमेंट में 300 करोड़ रुपए जुटाने पर भी विचार कर सकती है।
प्रीमियर एनर्जीज़, जो क्रमशः 2 गीगावॉट और 3.36 गीगावॉट की वार्षिक स्थापित क्षमता के साथ दूसरा सबसे बड़ा एकीकृत सौर सेल और सौर मॉड्यूल निर्माता होने का दावा करती है, 4 गीगावॉट की स्थापना के लिए शुद्ध फ्रेश इश्यू आय से 1,168.74 करोड़ रुपए खर्च करेगी। सहायक कंपनी, प्रीमियर एनर्जीज ग्लोबल एनवायरनमेंट (पीईजीईपीएल) द्वारा हैदराबाद में सौर पीवी टॉपकॉन सेल और 4 गीगावॉट सौर पीवी टॉपकॉन मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग सुविधा खडी की जाएगी। शेष इश्यू राशि का उपयोग सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।
कंपनी ने मार्च वित्त वर्ष 2023 को समाप्त वर्ष के लिए 13.3 करोड़ रुपए का कंसोलिडेटेड घाटा दर्ज किया है। पिछले वित्त वर्ष में यह 14.4 करोड़ रुपए था, लेकिन इसी अवधि के दौरान परिचालन से कमाई 92.3 प्रतिशत बढ़कर 1,428.5 करोड़ रुपए पहुंच गई। हालांकि, कंपनी दिसंबर 2023 को समाप्त नौ महीने की अवधि के लिए 2,017.2 करोड़ रुपए की आय पर 127.4 करोड़ रुपए का लाभ कमाया।
हैदराबाद में पांच मैन्युफैक्चरिंग सुविधाओं के साथ प्रीमियर एनर्जीज एनटीपीसी, टाटा पावर, पैनासोनिक लाइफ सॉल्यूशंस, शक्ति पंप्स, फर्स्ट एनर्जी 6, ब्लूपाइन एनर्जीज, ल्यूमिनस पावर टेक्नोलॉजीज, हरटेक सोलर और ग्रीन इंफ्रा विंड एनर्जी सहित कई ग्राहकों को व्यावसायिक पेशकश प्रदान करती है।
15 मार्च, 2024 तक कंपनी के पास 5,362 करोड़ रुपए की ऑर्डर बुक थी, जिसमें से 1,197.5 करोड़ रुपए गैर-डीसीआर सौर मॉड्यूल खंड से, 3,212.9 करोड़ रुपए डीसीआर सौर मॉड्यूल से, 801.5 करोड़ रुपए सौर सेल डिवीजन से थे। ईपीसी परियोजनाओं में 150 करोड़ रुपए के ऑर्डर थे।
कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, जेपी मॉर्गन इंडिया और आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज इस इश्यू के बुक-रनिंग लीड मैनेजर हैं।