मुंबई। जीएनजी इलेक्ट्रॉनिक्स, जिसे भारत में लैपटॉप और डेस्कटॉप के सबसे बड़े नवीनीकरणकर्ता और आईसीटी (सूचना और संचार प्रौद्योगिकी) उपकरणों के नवीनीकरण में अग्रणी खिलाड़ी के रूप में जाना जाता है, 825 करोड़ रुपए जुटाने की योजना के साथ आईपीओ लाने के लिए कमर कस रही है।
14 दिसंबर को, इलेक्ट्रॉनिक्स फर्म ने बाजार नियामक सेबी के पास अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) दाखिल किया।
डीआरएचपी के अनुसार, आईपीओ में 2 रुपए अंकित मूल्य के इक्विटी शेयरों का फ्रेश इश्यू शामिल है, जो कुल मिलाकर 825 करोड़ रुपए तक है और 2 रुपए अंकित मूल्य के 97 लाख शेयरों की बिक्री का प्रस्ताव है। बिक्री के लिए प्रस्ताव में शरद खंडेलवाल द्वारा 35,000 इक्विटी शेयर, विधि शरद खंडेलवाल द्वारा 35,000 इक्विटी शेयर और एमिएबल इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 9,630,000 इक्विटी शेयर शामिल हैं।
मोतीलाल ओसवाल इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स लिमिटेड, आईआईएफएल कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड और जेएम फाइनेंशियल इस इश्यू के बुक-रनिंग लीड मैनेजर हैं, जबकि बिगशेयर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड इस इश्यू का रजिस्ट्रार है।
कंपनी इस इश्यू से प्राप्त शुद्ध आय का उपयोग अपने और अपनी सहायक कंपनी इलेक्ट्रॉनिक्स बाज़ार एफजेडसी द्वारा लिए गए कुछ बकाया उधारों के सभी या कुछ हिस्से का पूर्व भुगतान या पुनर्भुगतान करने के लिए करना चाहती है। इसके अलावा, शुद्ध आय का कुछ हिस्सा कार्यशील पूंजी आवश्यकताओं के वित्तपोषण और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाएगा।
कंपनी के डीआरएचपी के अनुसार, 31 मार्च, 2024 तक, जीएनजी इलेक्ट्रॉनिक्स भारत में लैपटॉप और डेस्कटॉप का सबसे बड़ा नवीनीकरणकर्ता है और वैश्विक स्तर पर और भारत में आईसीटी उपकरणों के सबसे बड़े नवीनीकरणकर्ताओं में से एक है, जिसकी भारत, अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका और यूएई में मूल्य के मामले में महत्वपूर्ण उपस्थिति है।
कंपनी का कहना है कि वित्त वर्ष 2024 तक नवीनीकरण क्षमता के मामले में हम भारत के सबसे बड़े माइक्रोसॉफ्ट अधिकृत नवीनीकरणकर्ता हैं (स्रोत: 1लैटिस रिपोर्ट)। कैलेंडर वर्ष 2024 तक बाजार पूंजीकरण के मामले में भारत की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी के लिए आईटी परिसंपत्ति निपटान भागीदार भी हैं, जो उनकी प्रयुक्त आईटी परिसंपत्तियों (स्रोत: 1लैटिस रिपोर्ट) की खरीद करते हैं।” कंपनी “इलेक्ट्रॉनिक्स बाज़ार” ब्रांड के तहत काम करती है और सोर्सिंग से लेकर नवीनीकरण, बिक्री से लेकर बिक्री के बाद की सेवाओं और वारंटी प्रावधान तक पूरे नवीनीकरण मूल्य श्रृंखला में मौजूद है।
डीआरएचपी के अनुसार, वित्त वर्ष 24 के लिए कंपनी का कंसोलिडेटेड शुद्ध लाभ 52.14 करोड़ रुपए रहा, जबकि वित्त वर्ष 23 में यह 32.33 करोड़ रुपए और वित्त वर्ष 22 में 21.71 करोड़ रुपए था। इस साल 30 सितंबर तक कंपनी का लाभ 35.10 करोड़ रुपए रहा। वित्त वर्ष 22 के लिए परिचालन से राजस्व 5,20.50 करोड़ रुपए रहा, जो वित्त वर्ष 23 में बढ़कर 659.54 करोड़ रुपए और वित्त वर्ष 24 में 1,138.14 करोड़ रुपए हो गया। चालू वित्त वर्ष की 30 सितंबर को समाप्त अवधि के लिए, कंपनी ने 607.96 करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित किया।