soya Meal Export

देश से सोयाबीन मील का निर्यात गिरने का अनुमान

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इंदौर। सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सोपा) ने तेल वर्ष 2023-2024 (अक्टूबर- सितंबर) के लिए सोयामील का निर्यात अनुमान 18 लाख टन से घटाकर 14 लाख टन किया है। निर्यात अनुमान में कटौती की वजह भारतीय सोयामील के अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में थोड़ा महंगा होना है।

सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सोपा) के मुताबिक जनवरी में देश से दो लाख टन सोयामील का निर्यात हुआ जबकि जनवरी 2023 में यह निर्यात 1.49 लाख टन था। जबकि, समीक्षा महीने में सोयाबीन की आवक 10 लाख टन रही।

सोपा के मुताबिक देश की मंडियों सोयाबीन की आवक अक्‍टूबर-जनवरी 2024 में कुल 62 लाख टन रही जो बीते साल समान महीनों में 61 लाख टन थी। जनवरी में सोयाबीन की क्रशिंग 10 लाख टन रही जो बीते साल समान महीने में 11.50 लाख टन थी। हालांकि, अक्‍टूबर-जनवरी 2024 में क्रशिंग 42.50 लाख टन रही जो बीते साल समान समय में 45.50 लाख टन थी। जनवरी में सीधे खपत में 40 हजार टन सोयाबीन गई एवं निर्यात शून्‍य रहा।

सोपा का कहना है कि तेल वर्ष 2023-24 (अक्टूबर-सितंबर) में जनवरी 2024 के दौरान दो लाख टन सोयामील का निर्यात किया जबकि जनवरी 2023 में यह 1.49 लाख टन था। यह निर्यात अक्‍टूबर-जनवरी 2024 में 5.68 लाख टन की तुलना में 6.09 लाख टन रहा। जनवरी अंत में प्रोसेसरों के पास सोया मील का स्‍टॉक 1.67 लाख टन था। चालू तेल वर्ष की शुरुआत में देश में सोयामील का शुरुआती स्टॉक 1.17 लाख टन था जबकि, जनवरी में 7.89 लाख टन सोयामील का उत्‍पादन हुआ और घरेलू खपत में इस महीने 6.25 लाख टन गया। इस तरह प्‍लांटो और किसानों एवं कारोबारियों के पास सोयाबीन का स्‍टॉक 1 जनवरी 2024 को 87.10 लाख टन रहने का अनुमान है।

सोपा के मुताबिक 1 अक्‍टूबर 2023 से शुरु हुए मार्केटिंग वर्ष में सोयामील का ओपनिंग स्टॉक 1.17 लाख टन था जबकि उत्पादन 90.75 लाख टन होने की संभावना है। इस तरह कुल उपलब्‍धता 91.92 लाख टन रहने का अनुमान है। इसमें से निर्यात 14 लाख टन और सीधा खपत फूड में 8 लाख टन और फीड में 68 लाख टन को निकाल दिया जाए तो कैरी फारवर्ड 1.92 लाख टन रहेगा।

सोपा के मुताबिक 1 अक्‍टूबर 2023 से शुरु हुए मार्केटिंग वर्ष में सोयाबीन का ओपनिंग स्टॉक 24.07 लाख टन था जबकि उत्पादन 118.74 लाख टन हुआ। पांच लाख टन सोयाबीन का आयात होने की उम्‍मीद है। इस तरह कुल उपलब्‍धता 147.81 लाख टन रहने का अनुमान है। इसमें से 13 लाख टन बुवाई, निर्यात 25 हजार टन और सीधे खपत की मात्रा 4.50 लाख टन, क्रशिंग 115 लाख टन को निकाल दिया जाए तो कैरी फारवर्ड 15.06 लाख टन रहेगा।

(मोलतोल ब्यूरो; +91-75974 64665)

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