मुंबई। अगर आप क्रिप्टो करंसी में पैसा लगाने की सोच रहे हैं तो सबसे पहले इस बात को गांठ बांध लें कि आंख मूंद कर यहां पैसा नहीं लगाना है। दूसरों की देखा देखी यदि आप पैसा लगा रहे हैं या लगाना चाहते हैं तो यह समझ लीजिए आप बड़ी जोखिम में जानबूझकर कूद रहे हैं। जब आप क्रिप्टो से पूरी तरह से वाकिफ हो जाएं, जिस करंसी में आप पैसा लगाना चाहते हैं, के बारे में पूरी जानकारी ले और क्रिप्टो के वैल्यू और भविष्य का आकलन कर लें, तब इसमें आराम से पैसा लगाएं।
अब हम देखते हैं कि लोग किसी भी क्रिप्टो करंसी में पैसा लगाने को उतावले हो रहे हैं…कि हर करंसी चलेगी और पैसा कमा लेंगे तो यह भी बड़ा रिस्क लेना है। जैसे हम शेयर बाजार में ब्लूचिप कंपनियां में पैसा लगाते हैं वैसा ही फंडा क्रिप्टो करंसी में भी होता है। क्रिप्टो करंसी का बाजार तेजी से बढ़ रहा है इसलिए लोग क्रिप्टो मार्केट में ब्लूचिप, मिड कैप और पेनी कॉइंस में लोग पैसा लगाना चाहते हैं।
क्रिप्टोकरंसी में पैसा लगाने से पहले यह जान लें कि ऐसे कॉइन में पैसा न लगाया जाए जिसका न तो भविष्य हो और न ही उसने पहले कभी अच्छा रिटर्न दिया हो। क्रिप्टो में पैसा लगाने की कोई जल्दी नहीं होनी चाहिए। जिस तरह स्टॉक मार्केट में लोग ब्लूचिप में पैसा लगाकर कमाई करना चाहते हैं, वैसा ही क्रिप्टो में भी हो सकता है। क्रिप्टो के बाजार में बिटकॉइन को ब्लूचिप कंपनी माना जाता है। बिटकॉइन के मॉडल पर ही पूरा क्रिप्टो का बाजार और निवेश चलता है। यदि बिटकॉइन की कीमत घटती है तो यह साफ मान लीजिए बाकी क्रिप्टो करंसी भी फिसलेगी।
बिटकॉइन और इथीरियम के बाद डोजकॉइन और शुद्ध भारतीय क्रिप्टो करंसी मैटिक या पोलीगॉन को भी ब्लूचिप माना जाता है। इन क्रिप्टो में पैसा लगाकर निवेशक अच्छी कमाई कर रहे हैं। जैसे शेयर बाजार में जिस कंपनी का शेयर निवेशकों के बीच सबसे ज्यादा पॉपुलर होता है, या जिस कंपनी की मार्केट वैल्यू ज्यादा होती है, उसके बाजार को मैनिपुलेट करना आसान नहीं होता। यही हाल क्रिप्टोकरंसी में भी है. बिटकॉइन, इथीरियम, डोजकॉइन और पोलीगॉन जैसी क्रिप्टो करंसी की आज स्थिति यह है कि उनके मार्केट वैल्यू के साथ कोई छेड़छाड़ कर उनके कारोबार को साफ नहीं कर सकता।
मार्केट वैल्यू के लिहाज से जहां बिटकॉइन नंबर एक पर है तो दूसरे नंबर पर इथीरियम का नाम है। लेकिन डोजकॉइन जैसी क्रिप्टोकरंसी भी इनसे पीछे नहीं है। एक साल में डोजकॉइन ने इतना जोरदार रिटर्न दिया है कि लोग बिटकॉइन और इथीरियम को छोड़कर इसमें निवेश कर रहे हैं। बिटकॉइन और इथीरियम में बड़ा उतार-चढ़ाव देखा गया है जबकि डोजकॉइन में पिछले छह महीने पहले जिन लोगों ने दस हजार रुपया निवेश किए थे, उन्हें आज 5.75 लाख रुपए का रिटर्न मिल रहा है। डोजकॉइन का यह सफर जारी है।
इन सभी बातों के बावजूद क्या बिटकॉइन, इथीरियम या डोजकॉइन में आंख मूंद कर पैसा नहीं लगाना चाहिए। जानकार कहते हैं यदि आपको डूब जाने का गम न हो तो क्रिप्टो में आंख बंद कर पैसा लगा सकते हैं। और यदि केवल दिलचस्पी है निवेश की तो थोड़ा-थोड़ा पैसा लगाना चाहिए। अपने कुल निवेश पोर्टफोलियो का दो-तीन फीसदी से ज्यादा क्रिप्टो करंसी में कतई न लगाएं।