देश के सबसे बड़े और दुनिया में 11वें क्रम के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का अब कमोडिटी डेरीवेटिव्ज ट्रेडिंग में दायरा बढ़ता जा रहा है। एनएसई के चीफ बिजनेस डेवलपमेंट ऑफिसर श्रीराम कृष्णन का कहना है कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज 1994 से इक्विटी सेगमेंट में सक्रिय होने से ट्रेडिंग गतिविधियों का व्यापक अनुभव है। देश भर के इक्विटी कारोबारियों के साथ चर्चा करने के बाद एनएसई ने कमोडिटी सेगमेंट में सक्रिय होने का फैसला किया और 15 मई 2023 को रुपए पर आधारित क्रूड ऑयल और नेचुरल गैस के फ्यूचर कांट्रैक्ट लांच किए। इसके बाद अक्टूबर 2023 में एनर्जी, बुलियन और बेस मेटल्स सेगमेंट में भी अनेक कांट्रैक्ट आरंभ किए। इसके अलावा क्रूड ऑयल और नेचुरल गैस के ऑप्शन कांट्रैक्ट भी शुरु किए।
क्रूड ऑयल कांट्रैक्ट के बारे में श्रीराम कृष्णन ने बताया कि दुनिया में भारत क्रूड ऑयल का आयात करने वाला सबसे बड़ा आयातक देश है। इसके अलावा अमेरिका-चीन के बाद क्रूड ऑयल की खपत करने वाला तीसरा सबसे बड़ा देश भारत है। भारत में आयात होने वाली कमोडिटी में सबसे ज्यादा आयात क्रूड ऑयल का होता है एवं क्रूड ऑयल से अनेक प्रॉडक्टस का उत्पादन हो रहा है। क्रूड ऑयल से पेट्रोल-डीजल, पेट्रोकैमिकल्स, फर्टिलाइजर, पेट्रोलियम जैली, प्लास्टिक, लुब्रिकेंटस, पेंटस, रबर, टायर्स सहित अनेक उत्पाद बनने से हरेक इंडस्ट्रीज को क्रूड ऑयल की ट्रेडिंग के लिए एक विश्वसनीय एवं अनुभवी वैक्लपिक प्लेटफार्म की खास जरुरत थी। इस जरुरत को समझते हुए नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने क्रूड ऑयल इंडस्ट्री की आवश्यकता के अनुरुप एनर्जी प्रॉडक्ट के फ्यूचर और ऑप्शन लांच किए हैं।
श्रीराम कृष्णन ने एनएसई के क्रूड ऑयल ट्रेडिंग प्लेटफार्म की जरुरत के बारे में बताया कि भारत और रुस के बीच क्रूड ऑयल का ट्रेड बढ़ने के बाद अंतरराष्ट्रीय कारोबारियों को भी एनएसई का आधुनिक, विश्वसनीय और अनुभवी प्लेटफार्म मिला है। इसके साथ ही, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर इक्विटी ट्रेडर्स को भी एक ही प्लेटफार्म पर इक्विटी और कमोडिटी दोनों सेगमेंट में कारोबार करने का लाभ मिलता है। यहां कोलेटरल और मार्जिन भी एक ही जगह होने से ट्रेडर्स को दोनों सेगमेंट में कारोबार करना सरल होता है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के पास बेस्ट इंफ्रास्ट्रक्चर, क्लियरिंग कार्पोरेशन, फ्रंट ऑफिस-बेक ऑफिस सुविधाएं उपलब्ध हैं। एनएसई प्लेटफार्म पर 10,500 करोड़ रुपए का सेटलमेंट गारंटी फंड होने से बेस्ट एवं रियल टाइम रिस्क मैनजमेंट सुविधा उपलब्ध है जिससे विदेशी निवेशक भी बेफ्रिक होकर एनएसई पर ट्रेड कर रहे हैं। इसके अलावा, विदेश निवेशकों को डायरेक्ट मार्केट एसेस, ऑटो ट्रेड कंफर्मेशन फैसिलिटी और एल्गो ट्रेडिंग सुविधा भी उपलब्ध है।
एनएसई के कमोडिटी सेगमेंट के विस्तार के बारे में श्रीराम कृष्णन ने कहा कि वर्तमान में कमोडिटी सेगमेंट में 225 घरेलू मेम्बर ट्रेड कर रहे हैं। इनमें से 125 एक्टिव ट्रेडिंग मेम्बर है। देश में 144 शहरों में 1750 अधिकृत व्यक्तियों द्धारा कमोडिटी में कारोबार हो रहा है। हर महीने 5.60 लाख करोड़ रुपए का टर्नओवर हो रहा है जिसमें सबसे ज्यादा क्रूड ऑयल कांट्रैक्ट सक्रिय है। इसमें पीक इंट्रा डे 1.20 लाख बैरल का ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है। क्रूड ऑयल ऑप्शन ट्रेडिंग शुरु होने के दस महीने में 75 करोड़ बैरल का टर्नओवर हो चुका है। देश के अहम बड़े कारोबारी घराने भी कमोडिटी सेगमेंट में सक्रिय हैं जिनमें एंजेल वन, आईआईएफएल सिक्योरिटीज, निर्मल बंग, फिनवशिया, एसएमई आदि शामिल हैं।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के कमोडिटी सेगमेंट के भविष्य के बारे में श्रीराम कृष्णन ने बताया कि एनर्जी, बुलियन और बेस मेटल्स सेगमेंट में नए कांट्रैक्ट और सुविधाएं शुरु करने पर रिसर्च किया जा रहा है। हालांकि, वर्तमान में एग्री कमोडिटी सेगमेंट में सक्रिय होने की कोई योजना नहीं है।