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ज्‍योतिष के अनुसार कौनसा मोबाइल बदलेगा आपका भाग्‍य

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मोबाइल (Mobile) भले ही नया उपकरण हो, प्राचीन भारतीय या पाश्‍चात्‍य ज्‍योतिष में कहीं भी ऐसे उपकरण के बारे में सूचना नहीं मिलती है, लेकिन ज्‍योतिष सीधे उपकरण के वर्णन के बजाय वस्‍तुओं की प्रकृति के बारे में अधिक सटीकता से बताती है। समय के साथ मोबाइल में भी तेजी से परिवर्तन आ रहा है, इसके बावजूद कुछ कंपनियों के मोबाइल की प्रकृति में एक निरंतरता है। उपकरणों की बनावट में एक निरंतरता है, एप्‍लीकेशंस को देखें तो हमे पता चलता है कि उन्‍हें उपयोग करने वाले एक विशेष वर्ग का प्रतिनिधित्‍व करते हैं।

दरअसल मोबाइल अन्‍य किसी उपकरण की तरह ही सामान्‍य उपकरण है, हर किसी के लिए इसकी उपयोगिता अलग अलग है। अगर हम केवल पेचकस की ही बात करें तो बिजली फिटिंग करने वालों से लेकर मंगलयान के लिए काम कर रहे वै‍ज्ञानिक के पास पेचकस हो सकता है, लेकिन हर किसी के पास इस उपकरण को इस्‍तेमाल करने का तरीका अलग होगा। यही नहीं उपकरण की बनावट में भी आवश्‍यक रूप से प्रभावी अंतर होगा।

अगर मोबाइल के आकार, प्रकार, उसकी क्षमता, बनावट का तरीका, उपयोग के आधार आदि को केन्द्र में रखकर हम विश्‍लेषण करें तो न केवल मोबाइल उपकरणों बल्कि मोबाइल एप्‍लीकेशन को इस्‍तेमाल करने वालों का ज्‍योतिषीय आधार पर क्‍लासिफिकेशन किया जा सकता है। यहां मैंने लग्‍न और राशि के अलावा प्रतिनिधि ग्रह के आधार पर मोबाइल उपयोगकर्ताओं और मोबाइल उपकरणों का वर्गीकरण करने का प्रयास किया है। आइए जानते हैं आपके लिए कौनसा मोबाइल लिए उपयोगी अथवा भाग्‍यशाली साबित हो सकता है।

मूल रूप से मोबाइल उपयोगकर्ताओं को हम दो प्रकार में बांट सकते थे, आवश्‍यकता के लिए मोबाइल रखने वाले और लग्‍जरी के लिए मोबाइल रखने वाले। आज से बीस साल पहले तक मोबाइल इन्‍हीं दो प्रकार के उपयोगकर्ताओं के पास मिलता था। अत: इसे शुक्र के आधार पर बांटा गया। कोई भी वस्‍तु जो लग्‍जरी के स्‍तर पर है, उसे शुक्र द्वारा देखा जाता है। ऐसे में शुरूआती दौर में आवश्‍यकता के अनुसार उपयोकर्ताओं के अलावा दुर्लभता के आधार पर जो लग्‍जरी थी, उसने जातकों को मोबाइल उपयोकर्ता बनाया।

वर्ष 2003 में रिलायंस के सीडीएमए मोबाइल लांच होने के एक दशक में करोड़पति व्‍यवसायी से लेकर ठेलवालों के पास तक मोबाइल एक दैनिक जरूरत के रूप में आ गया। ऐसे में मोबाइल की लग्‍जरी एक बार फिर दुर्लभता से हटकर आर्थिक आधार पर हो गई। अब हाई एण्‍ड मोबाइल शुक्र आधारित लोगों के पास दिखाई देंगे और शेष मोबाइल उपकरण हर किसी के पास हैं।

ग्रह के आधार पर मोबाइल उपयोगकर्ताओं को बांटा जाए तो यह मुख्‍य रूप से सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध, वृहस्‍पति, शुक्र, शनि, राहू और केतू प्रकृति के मोबाइल हमें दिखाई देते हैं।

सूर्य प्रकृति
सूर्य प्रकृति के उपकरण आमतौर पर कुछ बड़े आकार के होंगे और मोबाइल एप्‍स की तुलना में कॉल करने में अधिक सटीकता की मांग करने वाले होंगे। चाहे ब्राउजिंग, मौसम आदि एप्‍स न भी हो तो चलेगा, लेकिन कॉल में कोई बाधा नहीं होनी चाहिए। सूर्य प्रकृति के जातकों के मोबाइल की होम स्‍क्रीन आपको आमतौर पर खाली दिखाई देगी। केवल एक घड़ी होम स्‍क्रीन पर होगी और ये जातक अपने मोबाइल को तलवार की तरह हाथ में मजबूती से थामे रखते हैं। चाहे कुर्सी पर बैठे ही क्‍यों न हो, अगर मोबाइल हाथ में होगा, तो मजबूती से पकड़ा हुआ होगा।

चंद्र प्रकृति
सफेद रंग के मोबाइल को दिखने में बिल्‍कुल चिकने और साफ सुथरे होते हैं। उपयोग के बावजूद इनकी स्‍क्रीन लगातार चमकाए रखी जाती है। चंद्र प्रकृति वाले मोबाइल में आपको बैकलाइट भी अधिक तेजी से चमकती हुई दिखाई देगी। चंद्र प्रकृति वाले जातक मोबाइल स्‍क्रीन को लेकर अधिक सेंसेटिव होते हैं, जिन जातकों की कुण्‍डली में चंद्रमा खराब होता है, उनकी मोबाइल स्‍क्रीन बहुत जल्‍दी टूटती है। कई बार मोबाइल खरीदने के बाद शीघ्र ही हल्‍का सा क्रेक स्‍क्रीन पर आ जाता है, खराब चंद्रमा वाले जातक इस क्रेक वाली स्‍क्रीन के मोबाइल का ही इस्‍तेमाल करते रहते हैं। मैंने कई जातकों को देखा है कि वे स्‍क्रीन को अगर दुरुस्‍त भी करा लेते हैं तो शीघ्र फिर से किसी न किसी कारण से क्रेक आ जाता है। ऐसे में आप मोबाइल देखकर जान सकते हैं कि जातक का चंद्रमा अच्‍छा है या खराब।

मंगल प्रकृति
हार्ड कवर और मोटे स्‍क्रीन कवर वाले मोबाइल आपने देखे होंगे, जैसे मोबाइल की किसी भिड़ंत से रक्षा करने के लिए उसे कवर किया गया हो। तीखे किनारों वाले और सपाट लेआउट वाले मोबाइल मंगल प्रकृति के होते हैं। मंगल प्रकृति के जातकों को हार्ड ड्यूटी मोबाइल की जरूरत होती है। क्‍योंकि इनके हाथ से मोबाइल बार बार गिरता रहता है। बिस्‍तर या सोफे पर भी ये मोबाइल को फेंककर रखते हैं। ऐसे में अगर एंड्रायड के जमाने में किसी के पास हार्ड कवर लगा नोकिया 1100 भी दिखाई दे तो मान लीजिए कि वह व्‍यक्ति मार्शियन है। ऐसा नहीं है कि ये लोग पुराना मोबाइल ही इस्‍तेमाल करेंगे, नए मोबाइल में भी मंगल प्रकृति जातक इन्‍ही खूबियों के बारे में पहले पता करेंगे। अगर वाटरप्रुफ और स्‍क्रैच प्रूफ मोबाइल मिले तो ये जातक बाकी खूबियों को दरकिनार कर भी उसे पहले खरीदेंगे। गुरिल्‍ला ग्‍लास मंगल प्रकृति जातकों के लिए वरदान की तरह है।

बुध प्रकृति
ये मुझे दो प्रकार के लोग मिले हैं। पहले प्रकार के जातक पूरी तरह अपने मोबाइल के प्रति लापरवाह होते हैं। केवल फोन पर बात हो जाए, इनके लिए पर्याप्‍त है। टूटा फूटा पुराना मोबाइल, जिसकी स्‍क्रीन भी बुरी तरह स्‍क्रैचेज से भरी हुई, कई बार तो इतनी अधिक कि स्‍क्रीन पर क्‍या डिस्‍प्‍ले हो रहा है दिखाई ही नहीं देता। मोबाइल के चयन में ये लोग बहुत चूजी होते हैं, एक बार जो मोबाइल पसंद आ गया, उसी के साथ चिपक जाते हैं, भले ही समय के साथ वह मोबाइल आउट ऑफ ऑर्डर ही क्‍यों न हो जाए, उसी को इस्‍तेमाल करते रहते हैं। ये लोग आपको मोबाइल रिपेयरिंग सेंटर में अपने पुराने मोबाइल को रिपेयर करते भी दिखाई दे जाएंगे, कई बार रिपेयरिंग में मोबाइल की ऑरीजिनल कीमत से अधिक खर्च कर देते हैं। इनका मोबाइल का मुख्‍य काम संचार का ही रहता है। अपने पुराने मोबाइल को भी लगातार कान के लगाए रखते हैं। अगर ये नया मोबाइल भी ले आएं तो उसे भी जेब में रखते हैं और पुराने को ही इस्‍तेमाल करते रहते हैं।

दूसरी तरफ बुध प्रकृति के ऐसे यूजर्स भी देखे हैं जो बदलती टेक्‍नोलॉजी के साथ पूरी तेजी से दौड़ लगाते हैं। मार्केट में उपलब्‍ध सबसे आगे की तकनीक के मोबाइल इनके पास होते हैं, भले ही महंगे न हों, लेकिन मोबाइल का कांफिग्‍यूरेशन सबसे एडवांस रखने का प्रयास करते हैं। इन जातकों के मोबाइल को अगर आप देखें तो उसमें सबसे नए एप्‍प मिलेंगे। एकाउंटेंसी, बिजनेस, न्‍यूज अपडेट और एप्‍प क्रैकर या चीट कोड वाले एप्‍प भी इन लोगों के मोबाइल में प्रमुखता से होंगे। हर बार जब आप इनसे मिलते हैं तो मोबाइल के अधिकांश एप्‍प और यहां तक कि यूजर इंटरफेस भी आपको बदला हुआ मिलेगा। ये लोग अपने उपयोगों के प्रति सावधान भी होते हैं। अपने फोन का लॉक शानदार तरीके से लगाते हैं, यहां तक कि स्‍टार्ट लॉक के बाद एप्‍प पर भी अलग लॉक लगाया गया होता है। ताकि इनके द्वारा किए गए मॉडिफिकेश अथवा वार्तालाप कोई दूसरा जान न सके।

वृहस्‍पति प्रकृति
इन मोबाइल फोन का आकार कुछ बड़ा होगा, जरूरी नहीं है कि स्‍क्रीन का साइज भी बड़ा हो, लेकिन कुल बॉडी का आकार स्‍वाभाविक रूप से बड़ा होगा। कॉलिंग टैबलेट से लेकर फैबलेट या 6.7 इंच श्रेणी के मोबाइल को भी इसी श्रेणी में रखा जा सकता है। इसके साथ ही ये मोबाइल अपने क्षेत्र में सर्वाधिक मैमोरी स्‍टोरेज वाले मोबाइल होंगे। बड़ा होना, अधिक बैटरी क्षमता होना, अधिक मैमोरी होना और इंस्‍टाल्‍ड एप्‍लीकेशन की मात्रा अधिक होना वृहस्‍पति प्रकृति के मोबाइल की निशानी मानी जा सकती है। गुरु ग्रह से प्रभावित जातकों के पास भी ऐसे ही मोबाइल मिलेंगे। इन मोबाइल्‍स में अधिकांश एप्‍प सोशल नेटवर्किंग की होगी और बैटरी का अधिकांश भाग सोशल नेटवर्किंग में ही खर्च होने वाला होगा। ये लोग फोन की स्‍क्रीन की ब्राइटनेस अधिकतम तो नहीं रखते, लेकिन सामान्‍य से अधिक तेज रखते हैं। इनके मोबाइल में थीम भी सरल और साफ सुथरी होगी। आमतौर पर परिजनों अथवा करीबी मित्रों के फोटो आपको लॉक स्‍क्रीन अथवा मोबाइल स्‍क्रीन, व्‍हाट्सएप्‍प का बैकग्राउंड जैसी जगहों पर मिलेंगे। ये लोग अपने मोबाइल को शो ऑफ करने से भी नहीं चूकते हैं। नया लेंगे तो सभी को बताएंगे, अगर भीड़ में खड़े हैं तो अपना बड़े साइज का मोबाइल जेब अथवा पर्स से निकालकर हाथ में ले लेंगे। मानों इससे वे अपना स्‍टेटस बयां कर रहे हों। इन मोबाइल का महंगा होना जरूरी नहीं है, लेकिन आकार प्रकार में बड़ा होना जरूरी है।

शुक्र प्रकृति
मोबाइल जगत में सबसे एडवांस मोबाइल और सबसे महंगे फोन शुक्र प्रकृति के होंगे। भले ही एक दौर के सबसे महंगे फोन अगले दौर के सबसे घटिया फोन की श्रेणी में आते हों, लेकिन किसी एक दौर में सर्वाधिक एडवांस कांफिग्‍युरेशन वाले मोबाइल को शुक्र की प्रकृति में रखा जाएगा। जैसे आज आई फोन 15 प्रो, वन प्‍लस का सबसे नया वर्शन और और गूगल फोन को शुक्र प्रकृति का माना जाएगा। इन मोबाइल की खासियत यह होती है कि इन्‍हें बहुत करीने से डिजाइन किया जाता है और फिनिशिंग जबरदस्‍त होती है। एडवांस कैमरा, एडवांस ग्‍लास, एडवांस ऑपरेटिंग सिस्‍टम, एडवांस क्‍लॉक स्‍पीड, एडवांस रैम कुल मिलाकर आधुनिकतम गैजेट होंगे। इन्‍हें इस्‍तेमाल करने वाले जातक भी अपने मोबाइल को बहुत करीने से रखने वाले होते हैं। आमतौर पर इन मोबाइल को नंगा रखा जाता है, प्रदर्शन के लिहाज से। लग्‍जरी हो और उसका प्रदर्शन न हो तो लग्‍जरी का सेंस ही खत्‍म हो जाता है। ऐसे में शुक्र प्रकृति के मोबाइल पर कवर या तो नहीं चढ़ाया जाएगा, अगर कवर चढ़ाया भी गया है तो लैदर अथवा विशिष्‍ट श्रेणी का ऐसा कवर लगाया जाएगा तो लग्‍जरी के भाव में बढ़ोतरी करने वाला साबित हो। शनि शुक्र का मित्र है और टैक्‍नोलॉजी के क्षेत्र में शनि का काला रंग शुक्र के साथ मिलकर उसे विशिष्‍ट बनाता है। ऐसे में लग्‍जरी फोन में भी सबसे ज्‍यादा पसंद किए जाने वाले फोन काले रंग के होते हैं, इसके बाद गोल्‍डन कलर पसंद किया जाएगा।

शनि प्रकृति
आपने कभी गौर किया होगा कि समूह में एक आदमी ऊंचे कद वाला, कम बोलने वाला होता है, उसके पास भले ही साधारण फोन हो या आधुनिकतम उसके मोबाइल की रिंगटोन बहुत धीमी होती है। ये शनि वाले जातक हैं और इनका मोबाइल भी इन्‍हीं की तरह शांत और गंभीर होता है। इससे मतलब नहीं है कि मोबाइल महंगा है या सस्‍ता, लेकिन यह तय है कि इसे इस्‍तेमाल करने वाला जातक फोन का अधिकतम उपयोग करेगा। अगर एडवांस कांफिग्‍युरेशन वाला मोबाइल है तो कॉल करने से लेकर मोबाइल बैंकिंग तक का इस्‍तेमाल शनि का जातक अपने फोन में ही करेगा। जब तक फोन उपयोगी है उसका पूरा उपयोग किया जाएगा, जब वह फोन जातक के काम के लिए उपयोगी साबित होना बंद हो जाएगा, तो जातक तुरंत दूसरा फोन लेगा। ये लोग फोन पर धीमे स्‍वर में बातें करते हैं, सो इन्‍हें साफ आवाज के स्‍पीकर और नॉयस कैंसिलेशन की खास उपयोगिता वाला मोबाइल पसंद होता है। अगर मोबाइल पर बात करते समय वॉइस टोन को ऊंचा करना पड़े तो ये लोग अपने मोबाइल को तुरंत या तो ठीक करवाएंगे या बदल देंगे। अगर आप इन लोगों का मोबाइल हाथ में लेते हैं तो पाएंगे कि स्‍क्रीन पर अस्‍त व्‍यस्‍तता बिल्‍कुल नहीं होगी, जो काम के लिए उपयोगी एप्‍प हैं उन्‍हें तरतीब से जमाया गया होता है और बाकी के एप्‍प को किनारे पटका गया होता है अथवा अनइंस्‍टॉल कर दिया गया होता है। इन लोगों के मोबाइल की बैटरी की समस्‍या भी अपेक्षाकृत कम होती है, क्‍योंकि ये लोग समय पर फोन को चार्ज पर लगाते हैं और बैटरी की उपलब्‍धता के अनुसार ही मोबाइल का उपयोग करते हैं।

राहू प्रकृति
ये लोग बिल्‍कुल अस्‍त व्‍यस्‍त लोग होते हैं और इनके मोबाइल भी इन्‍हीं की तरह। ग्रे मार्केट में मिलने वाले ऐसे चाइनीज फोन जिनके बारे में यह कहना मुश्किल है कि कितने समय चलेगा और क्‍या सुविधाएं देगा, राहू की श्रेणी के मोबाइल माने जा सकते हैं। इन्‍हें उपयोग करने वाले राहू प्रकृति के जातक मोबाइल का इस्‍तेमाल इतने रफ तरीके से करते हैं कि शीघ्र ही मोबाइल के कोने घिस जाते हैं। इसका परिणाम यह होता है कि पुराना होने से पहले ही मोबाइल घिसा पिटा दिखाई देने लगता है। मोबाइल में बिना इस्‍तेमाल के बीसीयों एप्‍प बेकार पड़े मिल जाएंगे, जिनका कभी उपयोग ही नहीं होता है। ये लोग अपने मैमोरी कार्ड को भी तेजी से भरते हैं और उसे वापस खाली करने का सामर्थ्‍य भी नहीं जुटा पाते हैं। बार बार हैंग होने वाले, डिस्‍प्‍ले में वैरिएशन वाले, एप्‍प के क्रैश होने वाले मोबाइल इस श्रेणी में आते हैं। राहू के जातक अपने मोबाइल की इंटरनल मैमोरी और एसडी कार्ड दोनों को इतनी बेरहमी से भरते हैं कि खरीदने के कुछ ही दिन में मोबाइल हैंग होने लगता है। बार बार गिरने के बावजूद राहू के मोबाइल बाहर से अपेक्षाकृत दुरुस्‍त नजर आते हैं, लेकिन अंदर से खराब हो चुके होते हैं, इसका परिणाम यह होता है‍ कि मोबाइल मालिक इन मोबाइल का कभी सही या पूरा उपयोग ही नहीं कर पाता है। ऐसे में राहू प्रकृति के मोबाइल को इसके उपयोगकर्ता बार बार फैक्‍ट्री रीसेट कर फिर से काम लायक बनाने की कोशिश करते रहते हैं।

केतू प्रकृति
सामान्‍य तौर पर मोबाइल एक ही रंग का होता है, लेकिन कुछ मोबाइल ऊपर से काले और पीछे से सफेद या इसके ठीक उलट होते हैं। इनके कोने तीखे होते हैं, मैटल वाले फोन में तो इतने तीखे कि चमड़ी में चुभा भी सकते हैं। ये केतू प्रकृति के मोबाइल होते हैं। इन्‍हें इस्‍तेमाल करने वाले जातक फोन को अपने पास कम रखते हैं। केतू के जातक अपने फोन को कहीं भी छोड़कर या भूलकर आ सकते हैं। अगर ये लोग अपने मोबाइल पर कवर लगाते हैं तो वह कवर भी रंगबिरंगा होगा। कोई चित्र नहीं, बल्कि एब्‍सट्रैक्‍ट डिजाइन होगी, आमतौर पर दो या तीन रंगों से बनी हुई डिजाइन होगी। ये लोग मोबाइल को अपने लिए सिरदर्द मानते हैं और जरूरी होने पर ही काम लायक बातचीत मोबाइल पर करते हैं। इन्‍हें मूल रूप से अपना मोबाइल ही पसंद नहीं होता है। इनके लिए कम्‍युनिकेशन कुछ पीड़ादायक ही होता है। अव्‍वल तो ये लोग अपनी पसंद का फोन लेते ही नहीं है और अगर लेते हैं अथवा कोई इन्‍हें गिफ्ट में दे देता है तो उस पर जल्‍दी से कवर और स्‍क्रीन गार्ड लगा लेते हैं। कालांतर में कवर और स्‍क्रीन गार्ड दोनों पर छोटे छाटे कट के निशान दिखाई देने लगते हैं।

सिद्धार्थ जगन्‍नाथ जोशी-9413156400

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