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SME IPO: सेबी की कड़ाई के बावजूद एसएमई आईपीओ ऊफान पर

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मुंबई। बाजार नियामक सेबी द्वारा एसएमई प्लेटफॉर्म पर आईपीओ के लिए नियमों को सख्त करने के कदम के बावजूद, नए आईपीओ की स्‍पीड कम नहीं हुई है। पिछले 10 दिनों में प्रतिदिन एक आईपीओ बाजार में आया है, और अगले सप्ताहांत तक चार और आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने वाले हैं।

एसएमई एक्सचेंजों – बीएसई एसएमई और एनएसई इमर्ज – ने नए साल की शुरुआत मजबूत आधार पर की है, जिसमें 14 कंपनियां इस महीने के पहले 20 दिनों में 557 करोड़ रुपए जुटाने वाली हैं। वर्ष 2024 भी दोनों एसएमई एक्सचेंजों के लिए एक शानदार वर्ष रहा, क्योंकि 243 एसएमई ने 9,428 रुपए करोड़ जुटाए, जबकि 2023 में 182 कंपनियों ने 4,967 करोड़ रुपए जुटाए।

पिछले महीने, सेबी ने एसएमई के लिए आईपीओ आवेदन दाखिल करने से ठीक पहले तीन वित्तीय वर्षों में से किसी दो में एक करोड़ रुपए का ऑपरेटिंग लाभ हासिल करना अनिवार्य कर दिया था।

इसने प्रमोटर समूह के ऋणों को चुकाने के लिए धन जुटाने वाले एसएमई को भी अयोग्य घोषित कर दिया और सामान्य कॉर्पोरेट व्यय को जुटाए गए धन का 15 प्रतिशत या 10 करोड़ रुपए, जो भी कम हो, तक सीमित कर दिया है।

नियमों में बदलाव प्रमोटरों द्वारा नियंत्रित शेल कंपनियों को इश्यू आय के डायवर्जन के मामलों के मद्देनजर किया गया है। सारथी कैपिटल एडवाइजर्स के प्रबंध निदेशक दीपक शर्मा ने कहा कि सेबी के नए मानदंड निवेशकों को अपरिपक्व कंपनियों से बचाने के लिए हैं जो निवेशकों की भावनाओं का दुरुपयोग कर सकती हैं।

उन्होंने कहा कि एक दशक से अधिक के ट्रैक रिकॉर्ड के साथ, एसएमई एक्सचेंजों ने विश्वास हासिल किया है और कई छोटे व्यवसाय विभिन्न व्यावसायिक जरूरतों के लिए धन जुटाने के लिए आगे आ रहे हैं।

फेडएक्स सिक्योरिटीज के निदेशक उदय नायर ने कहा कि हाल ही में किए गए संशोधनों से पूरी प्रक्रिया मजबूत होगी, जिससे केवल अच्छी कंपनियों को ही बाजार में उतरने का मौका मिलेगा और निवेशकों का विश्वास बढ़ेगा, जिससे मांग में वृद्धि होगी।

मारवाड़ी चंदराना इंटरमीडियरी ब्रोकर्स इन्वेस्टमेंट फर्म के अध्यक्ष-निवेश बैंकिंग बिपिन भानुशाली ने कहा कि भारत एक विकासशील देश है और यहां कई छोटे-छोटे व्यवसाय हैं, इसलिए सख्त नियमों के बावजूद एसएमई-सूचीबद्ध कंपनियों के लिए विकास की संभावना मजबूत बनी हुई है। उन्होंने कहा कि सरकारी आंकड़ों के अनुसार, देश में 630 लाख से अधिक एमएसएमई हैं, लेकिन केवल लगभग 1,000 कंपनियां ही स्टॉक एक्सचेंजों में सूचीबद्ध हैं।

मास्टर ट्रस्ट ग्रुप के निदेशक पुनीत सिंघानिया ने कहा कि एसएमई आईपीओ में भारी ओवरसब्सक्रिप्शन का हालिया रुझान निवेशकों की रुचि को दर्शाता है, जो मुख्य रूप से उच्च रिटर्न, विशेष रूप से लिस्टिंग-डे लाभ की संभावना से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, एसएमई को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विभिन्न सरकारी नीतियों ने उनके लिए सहायक वातावरण तैयार किया है, जबकि मानदंडों को कड़ा करने से एसएमई क्षेत्र की विश्वसनीयता और लचीलापन बढ़ेगा।

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