मुंबई। मच कॉन्फ्रेंस एंड इवेंट्स का आईपीओ 125.28 करोड़ रुपए का बुक बिल्ट इश्यू है। यह इश्यू 22.29 लाख शेयरों के फ्रेश इश्यू का एक संयोजन है, जिसका कुल मूल्य 50.15 करोड़ रुपए है और 33.39 लाख शेयरों की बिक्री की पेशकश है, जिसका कुल मूल्य 75.13 करोड़ रुपए है।
मैक कॉन्फ्रेंस और इवेंट का आईपीओ 4 सितंबर, 2024 को खुलेगा है और 6 सितंबर, 2024 को बंद होगा। मैक कॉन्फ्रेंस और इवेंट आईपीओ के लिए आवंटन सोमवार, 9 सितंबर, 2024 को होने की उम्मीद है। इस आईपीओ की बुधवार, 11 सितंबर, 2024 को बीएसई एसएमई पर लिस्टिंग होगी।
मच कॉन्फ्रेंस एंड इवेंट्स आईपीओ का प्राइस बैंड 214 से 225 रुपए प्रति शेयर निर्धारित किया गया है। किसी एप्लिकेशन के लिए न्यूनतम लॉट आकार 600 शेयर है। खुदरा निवेशकों के लिए आवश्यक निवेश की न्यूनतम राशि 1.35 लाख रुपए है। एचएनआई के लिए न्यूनतम लॉट साइज निवेश 2 लॉट (1,200 शेयर) है जिसकी राशि 2.70 लाख रुपए है।
बीलाइन कैपिटल एडवाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड मैक कॉन्फ्रेंस एंड इवेंट्स आईपीओ का बुक रनिंग लीड मैनेजर है, जबकि स्काईलाइन फाइनेंशियल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड इश्यू का रजिस्ट्रार है। मैक कॉन्फ्रेंस और इवेंट्स आईपीओ के लिए मार्केट मेकर स्प्रेड एक्स सिक्योरिटीज है।
अमित भाटिया और लवीना भाटिया कंपनी के प्रमोटर हैं। मच कॉन्फ्रेंस एंड इवेंट्स लिमिटेड की स्थापना 2004 में हुई थी और यह एमआईसीई (बैठकें, प्रोत्साहन, सम्मेलन, प्रदर्शनियां) और इवेंट क्षेत्र के लिए अनुकूलित सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है।
कंपनी सम्मेलन प्रबंधन, प्रदर्शनी प्रबंधन और वैश्विक कार्यक्रम नियोजन में माहिर है। कंपनी विशिष्ट गंतव्यों पर आयोजनों के सभी तार्किक पहलुओं का भी ध्यान रखती है। इसमें स्थल चयन, आवास, परिवहन रसद, स्थानीय गतिविधियां और साइट पर समन्वय शामिल है।
कंपनी के ग्राहक बैंकिंग, वित्त और बीमा क्षेत्रों से आते हैं। कंपनी ने आतिथ्य, बुनियादी ढांचे, एफएमसीजी आदि सहित विभिन्न उद्योगों के लिए भी काम किया है। पिछले वित्तीय वर्षों यानी 2023-24 में कंपनी ने लंदन, मसूरी, बैंगलोर, दक्षिण कोरिया, पेरिस, गोवा, श्रीनगर, सिंगापुर आदि सहित 90 कार्यक्रम आयोजित किए हैं। वित्त वर्ष 2023-24 में ऐसे आयोजनों के आयोजन का औसत राजस्व प्रति आयोजन 263.62 लाख रुपए है।
कंपनी दिल्ली, महाराष्ट्र, कोलकाता, असम, तमिलनाडु, जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, गोवा, राजस्थान आदि सहित 18 से अधिक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सह-कार्यशील स्थानों के साथ मौजूद है।