मुंबई। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) अपनी आईपीओ प्रक्रिया शुरू करने के लिए तैयार है, लेकिन देश का सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज आईपीओ के लिए पूंजी बाजार नियामक सेबी से हरी झंडी का इंतजार कर रहा है। एनएसई के एमडी और सीईओ आशीष चौहान ने पत्रकारों के एक प्रतिनिधिमंडल को यह बात बताई।
उन्होंने कहा कि एक बार जब बाजार नियामक सेबी एनएसई के संचालन के साथ अधिक सहज हो जाएगा, तो एक्सचेंज को अपना इश्यू जारी करने के लिए फिर से आवेदन करने की अनुमति दी जाएगी। चौहान ने 2023 में कहा था कि जब भी सेबी अधिक सहज हो जाएगी, वे हमें (आईपीओ के लिए) आवेदन करने के लिए कहेंगे और हम आगे बढ़ेंगे।
एक्सचेंज के कॉर्पोरेट प्रशासन के मुद्दों में उलझने के बाद एनएसई की लिस्टिंग में कई वर्षों की देरी हुई है, जिसमें 2015 के को-लोकेशन घोटाले में इसके पूर्व कार्यकारी की भूमिका से लेकर कई तकनीकी विफलताओं के संबंध में मुद्दे शामिल हैं।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज एनएसई का शुद्ध लाभ दिसंबर तिमाही में सालाना आधार पर 8 प्रतिशत बढ़कर 1,975 करोड़ रुपए पहुंच गया। तीसरी तिमाही में परिचालन से कंसोलिडेटेड आय सालाना आधार पर 25 प्रतिशत बढ़कर 3,517 करोड़ रुपए पहुंच गई।
ट्रेडिंग राजस्व के अलावा, टॉपलाइन वृद्धि को डेटा सेंटर और कनेक्टिविटी शुल्क, समाशोधन सेवाओं, लिस्टिंग सेवाओं, सूचकांक सेवाओं और डेटा सेवाओं सहित अन्य स्रोतों से भी सहायता मिली। वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही के लिए शुद्ध लाभ मार्जिन 51 प्रतिशत रहा।