मुंबई। भारत की पहली ऑप्टो-सेमीकंडक्टर चिप्स निर्माता कंपनी पॉलीमेटेक 8 अप्रैल, 2024 को आईपीओ के साथ पूंजी बाजार में आएगी। यह आईपीओ 10 अप्रैल, 2024 को बंद होगा। कंपनी आईपीओ के माध्यम से 750 करोड़ रुपए बाजार से जुटाना चाहती है। यह आईपीओ फ्रेश इश्यू का होगा। कंपनी के शेयर बीएसई और एनएसई में सूचीबद्ध होंगे।
कंपनी ने अपने आईपीओ का प्राइस बैंड अभी तय नहीं किया है लेकिन उम्मीद है कि दस रुपए अंकित मूल्य वाले शेयर का प्राइस बैंड 680-750 रुपए प्रति शेयर के बीच हो सकता है। अनलिस्टेड एरेना के मुताबिक, पॉलीमेटेक इलेक्ट्रॉनिक्स गैर-सूचीबद्ध बाजार में 860 रुपए प्रति शेयर पर कारोबार कर रहा है।
कंपनी की योजना तमिलनाडु में अपनी मौजूदा सुविधा के लिए नई मशीनरी खरीदने के लिए आईपीओ से प्राप्त राशि का उपयोग करने की है। इसकी तमिलनाडु के ओरागडम में एक इकाई है, जिसमें 300 एमपीए चिप्स की क्षमता है। कंपनी तमिलनाडु के कृष्णागिरी में दूसरा संयंत्र स्थापित करने पर भी काम कर रही है, जिसे 22 अगस्त, 2023 के बिक्री विलेख के माध्यम से “बिल्ट टू सूट” (बीटीएस) संपत्ति के रूप में हासिल किया गया है।
वित्त वर्ष 2023 में, कंपनी का राजस्व 649.02 करोड़ रुपए था, जो वर्ष 2022 में 125.87 करोड़ रुपए था। पूर्व वर्ष के 34.27 करोड़ रुपए के मुकाबले शुद्ध लाभ 167.77 करोड़ रुपए रहा। वर्ष के लिए EBITDA मार्जिन पिछले वर्ष के 33.43 प्रतिशत के मुकाबले 29 प्रतिशत था।
डीआरएचपी के अनुसार, पॉलीमेटेक ने वैश्विक मानकों को पूरा करने वाले उच्च गुणवत्ता वाले चिप्स का उत्पादन करने के लिए उन्नत यूरोपीय और जापानी प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके 2019 में उत्पादन शुरू किया। कंपनी आम तौर पर दो श्रेणियों ऑप्टो-सेमीकंडक्टर चिप्स और ल्यूमिनरीज़ में उत्पाद बनाती है।
चेन्नई में स्थित, पॉलीमेटेक इलेक्ट्रॉनिक्स के प्रमोटर ईश्वर राव नंदम, उमा नंदम और विशाल नंदम हैं। कंपनी ओरागडम में अपनी सुविधा में ऑप्टो-सेमीकंडक्टर चिप्स का डिजाइन, विकास, परीक्षण और निर्माण करती है।