मुंबई। भारत के अग्रणी सॉफ्टवेयर सेवा निर्यातक की मूल कंपनी टाटा संस 4,001 रुपए प्रति शेयर की कीमत पर ब्लॉक डील में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड के 234 लाख शेयर बेचने की योजना बना रही है, जिसकी राशि लगभग 9,300 करोड़ रुपए है।
टाटा संस के पास टीसीएस में 72.38 फीसदी की बहुमत हिस्सेदारी है, जिसके शेयरों में पिछले वर्ष के दौरान 30 फीसदी की वृद्धि हुई है।
हिस्सेदारी की बिक्री संभावित रूप से टाटा समूह को भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा निर्धारित टाटा संस के लिए सार्वजनिक बाजार लिस्टिंग से बचने की अनुमति दे सकती है, जिसके लिए सभी तथाकथित ‘ऊपरी परत’ गैर-बैंकिंग वित्त कंपनियों (एनबीएफसी) को स्टॉक एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध करने की आवश्यकता होती है।
टीसीएस के शेयर सोमवार को बीएसई पर 4,254.45 रुपए प्रति शेयर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गए, लेकिन दिन के अंत में 1.7 फीसदी गिरकर 4,144.75 रुपए प्रति शेयर पर बंद हुए। टाटा संस ने टीसीएस स्टॉक को सोमवार के बंद भाव की तुलना में 3.6 फीसदी की रियायती दर पर पेश करने का प्रस्ताव दिया है।
सितंबर 2025 तक टाटा संस की संभावित लिस्टिंग पर चर्चा करने वाली स्पार्क कैपिटल की एक रिपोर्ट के बाद मार्च में टाटा समूह के शेयरों ने ध्यान आकर्षित किया।
रिपोर्ट के अनुसार, 20,000 करोड़ रुपएए से अधिक की उधारी के साथ, टाटा संस अपनी उधारी को घटाकर 100 करोड़ रुपए से कम करके आरबीआई के सीआईसी नियमों के दायरे से बच सकता है।