मुंबई। जय बालाजी इंडस्ट्रीज इन दिनों निवेशकों के बीच चर्चा में है। लौह और इस्पात उत्पाद बनाने वाली 15,370 करोड़ रुपए की इस कंपनी ने पिछले साल दिए शानदार रिटर्न और वित्त वर्ष 2024 के नौ महीनों और दिसंबर तिमाही में इसके शुद्ध लाभ में भी कई गुना इजाफा किया है। जय बालाजी इंडस्ट्रीज का शेयर आज बीएसई में पांच फीसदी बढ़कर 1005.80 रुपए पर बंद हुआ। 52 सप्ताह का निचला स्तर 42 रुपए था जबकि ऊपरी स्तर 1134 रुपए था।
अप्रैल-दिसंबर 2023 के दौरान जय बालाजी इंडस्ट्रीज का शुद्ध लाभ साल-दर-साल) 755 फीसदी बढ़कर 606.59 करोड़ रुपए हो गया। इससे पहले, कंपनी ने वित्त वर्ष 2023 और वित्त वर्ष 2022 को समाप्त वित्तीय वर्षों के लिए क्रमशः 57.83 करोड़ रुपए और 48.06 करोड़ रुपए का लाभ कमाया था। वित्त वर्ष 2022 से पहले, जय बालाजी इंडस्ट्रीज घाटे में थी।
अभी हाल ही में, तीसरी तिमाही में इसका मुनाफा 740 फीसदी बढ़कर 234.60 करोड़ रुपए पहुंच गया। कंपनी की विकास संभावनाओं पर अपने विचार साझा करते हुए, जय बालाजी इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, आदित्य जाजोदिया ने कहा कि कंपनी को पिछले 6-7 वर्षों में कठिन चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिन्हें अब प्रतिबद्धता के साथ हल कर लिया गया है।
उन्होंने कहा कि जय बालाजी 2.0 का लक्ष्य उच्च-मार्जिन वाले व्यवसाय में परिवर्तन करना है, और कंपनी क्षमता वृद्धि, पैमाने की अर्थव्यवस्थाओं, परिचालन दक्षताओं और विशेष उत्पादों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए न्यूनतम लागत पूंजीगत व्यय द्वारा इसे हासिल करने की योजना बना रही है।
इस बीच, कंपनी अब निकट अवधि में कर्ज मुक्त होने का लक्ष्य लेकर चल रही है। जय बालाजी इंडस्ट्रीज की भी 1,000 करोड़ रुपए की पूंजीगत व्यय योजना है, जिसमें से 380.80 करोड़ रुपए पहले ही आंतरिक स्रोतों से खर्च किए जा चुके हैं और शेष राशि आंतरिक स्रोतों के माध्यम से 18 से 24 महीनों में पूरी होने की उम्मीद है।
जाजोदिया ने कहा कि हम अगले 18 महीनों में शुद्ध ऋण-मुक्त होने के अपने लक्ष्य की ओर लगातार आगे बढ़ रहे हैं। कंपनी पर 31 दिसंबर, 2023 तक 566.50 करोड़ रुपए का शुद्ध कर्ज था, जो 31 मार्च, 2023 तक 871.2 करोड़ रुपए था। इससे पहले, वित्त वर्ष 2022 और वित्त वर्ष 2021 में क्रमशः 3,149.60 करोड़ रुपए और 3,407.9 करोड़ रुपए का शुद्ध कर्ज था। कंपनी का लक्ष्य 31 मार्च, 2024 को ईबीआईटीडीए को लगभग 0.6 पर शुद्ध ऋण बनाए रखना है। प्रमोटरों ने दिसंबर 2022 में 55.90 फीसदी के मुकाबले दिसंबर 2023 तक कंपनी में अपनी हिस्सेदारी 60.02 फीसदी तक बढ़ा ली।
(मोलतोल ब्यूरो; +91-75974 64665)