मुंबई। दिल्ली स्थित गोल्ड प्लस ग्लास इंडस्ट्री ने सेबी के पास अपने आईपीओ लाने के कागजात दाखिल किए हैं। कंपनी का आईपीओ 500 करोड़ रुपए के नए इक्विटी शेयरों के साथ होगा और प्रमोटरों और निवेशकों द्वारा 1.57 करोड़ इक्विटी शेयरों का ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) भी इसमें होगा।
प्रमोटर सुरेश त्यागी और जिमी त्यागी ओएफएस में प्रत्येक 10.2 लाख रुपए के इक्विटी शेयर बेचेंगे, जबकि निवेशक पीआई अपॉर्चुनिटीज फंड – I और कोटक स्पेशल सिचुएशंस फंड क्रमशः 1.03 करोड़ शेयर और 33.5 लाख शेयर बेचेंगे। प्रमोटरों के पास कंपनी में 70.44 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी, जबकि पीआई अपॉर्चुनिटीज फंड – I (पीआईओएफ 1) और कोटक स्पेशल सिचुएशंस फंड (केएसएसएफ) सहित सार्वजनिक शेयरधारकों के पास 29.56 प्रतिशत शेयर होल्डिंग है।
देश की दूसरी सबसे बड़ी फ्लोट ग्लास निर्माता यह कपंनी 100 करोड़ रुपए के इक्विटी शेयर जारी करने यानी प्री-आईपीओ प्लेसमेंट पर विचार कर सकती है। यह भारत में केवल दो निर्माताओं में से एक है, जिनके पास फंजिबल उत्पादन लाइनें हैं।
सितंबर 2023 तक, यह उत्तर भारत में दो स्थानों रूड़की, उत्तराखंड और दक्षिणी भारत में बेलगाम, कर्नाटक में 2,050 टन प्रति दिन की कुल क्षमता के साथ तीन वैकल्पिक उत्पादन लाइनें संचालित करती है। कंपनी ने हाल ही में दिसंबर 2023 में सोलर ग्लास लाइन का परीक्षण उत्पादन शुरू करने के साथ नियोजित विस्तार का चरण- II भी पूरा कर लिया है, जिस पर फरवरी 2024 से वाणिज्यिक उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है।
गोल्ड प्लस ग्लास अपने कर्ज को चुकाने के लिए आईपीओ से प्राप्त राशि में से 400 करोड़ रुपए उपयोग करेगा क्योंकि सितंबर 2023 के अंत में कुल बकाया उधार 1,389.9 करोड़ रुपए था। आईआईएफएल सिक्योरिटीज, एक्सिस कैपिटल, कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स इस इश्यू के बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं।
(मोलतोल ब्यूरो; +91-75974 64665)